हुगली, 20 जनवरी: गत बुधवार को ही तृणमूल कांग्रेस में हुगली जिले के 18 में से आठ ब्लॉक अध्यक्षों को बदल दिया था। इनमें दीपेन माईती को खाना कल एक नंबर ब्लॉक की जिम्मेदारी दी गई है। दीपेन को खानकुल एक नंबर ब्लॉक का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद स्थानीय तृणमूल कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है और दीपेन से ब्लॉक में तृणमूल कांग्रेस को बड़ी उम्मीदें भी हैं।

साधारण पृष्ठभूमि से आने वाले दीपेन को बंगाल में वामपंथी शासन के दौरान लगभग 10 साल निर्वासन में बिताने पड़े। हालांकि तृणमूल कांग्रेस की स्थापना के साथ थी वह तृणमूल कांग्रेस से जुड़ गए।
अपनी राजनीतिक यात्रा के बारे में बताते हुए दीपेन ने कहा, “एआईटीसी गतिविधियों में भाग लेने के लिए, मुझे सीपीआई (एम) की धमकियों के कारण अपना घर छोड़ना पड़ा। अपने परिवार को ससुराल में छोड़कर मैं घाटाल भाग गया। मेरे पिता को झूठे हथियार मामले में फंसाया गया और जेल में डाल दिया गया। घाटल में भी, सीपीआई (एम) ने मेरे खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की और मुझे छोड़ना पड़ा।” दीपेन ने आगे कहा “वामपंथी आतंक के कारण मेरे जीवन के दस साल बर्बाद हो गए हैं। वर्ष 2018 में मुझे पहली बार पंचायत उपप्रधान बनाया गया। वर्ष 2023 में भी, मुझे फिर से नामांकित किया गया”। दीपेन ने कहा ”मैं पार्टी के निर्देशों का पालन करूंगा और अपने क्षेत्र में एआईटीसी की जीत सुनिश्चित करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने के साथ-साथ लोगों के लिए काम करूंगा।”

स्थानीय तृणमूल कार्यकर्ताओं का कहना है कि अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (एआईटीसी) ने एक बार फिर महत्वपूर्ण पार्टी पदों पर वफादार और मेहनती कार्यकर्ताओं का चयन करके जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को सशक्त बनाने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है। यह अपने आंतरिक लोकतंत्र को मजबूत करने और सभी के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने पर पार्टी के फोकस का प्रमाण है। टीएमसी के एक कार्यकर्ता ने शनिवार को कहा कि उन्हें इस बात पर गर्व है कि यह बंगाल में एकमात्र पार्टी है जो समाज के सभी वर्गों को सशक्त बना सकती है और बिना किसी पूर्वाग्रह के सभी को आगे बढ़ा सकती है।
