हुगली, 29 मई । हुगली जिले के चंदननगर में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत से सनसनी फैल गई है। शुरुआती जांच में कर्ज के बोझ को इस त्रासदी की वजह माना जा रहा है। मृतकों की पहचान बाबलु घोष (62), उनकी पत्नी प्रतिमा घोष (46) और 13 वर्षीय बेटी के रूप में हुई है।
पुलिस के अनुसार, बुधवार देर रात चंदननगर थाना क्षेत्र के कलपुकुर धार इलाके में स्थित उनके घर से तीनों के शव बरामद किए गए। पड़ोसियों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को चंदननगर अस्पताल भेजा, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। तीनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि बाबलु घोष पहले एक टिन फैक्ट्री में काम करते थे और बाद में टोटो चलाने लगे। हाल ही में उन्होंने घर से ही एक छोटा व्यवसाय शुरू किया था, जिसके लिए उन्होंने बाजार से लाखों रुपये का कर्ज लिया था। जांचकर्ताओं का प्राथमिक अनुमान है कि भारी कर्ज से परेशान होकर बाबलु ने पहले पत्नी और बेटी को सिर पर लोहे की रॉड से वार कर मार डाला और फिर खुद छत के कमरे में फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली।
हालांकि पुलिस ने स्पष्ट किया है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और जांच पूरी होने तक किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाज़ी होगी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए चंदननगर पुलिस इलाके के पड़ोसियों और बाबलु के रिश्तेदारों से पूछताछ कर रही है। बाबलु घोष के पड़ोसी प्रदीप दे ने कहा, “हम उन्हें वर्षों से जानते थे, उनका व्यवहार बहुत अच्छा था। आजकल कर्ज के बोझ में इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं, जो बेहद भयावह है। वे चाहें तो अपना घर बेच सकते थे, लेकिन पत्नी और बेटी को मार देना… यह सोचकर दिल टूटता है।”
गौरतलब है कि हाल ही में कोलकाता के टेंगरा और कसबा इलाकों में भी इसी तरह की घटनाएं सामने आई थीं। हरियाणा के पंचकूला में भी एक ही परिवार के सात सदस्यों की मौत का कारण कर्ज बताया गया था।
चंदननगर पुलिस कमिश्नरेट के एसीपी सुमन बंदोपाध्याय ने कहा, “मां और बेटी के शव बिस्तर पर पाए गए हैं। प्रारंभिक जांच में लगता है कि उन्हें लोहे की रॉड से मारा गया। बाबलु घोष का शव छत के कमरे में लटकता हुआ मिला है। हम हर एंगल से मामले की जांच कर रहे हैं।”