दक्षिण 24 परगना, 1 अप्रैल।=दक्षिण 24 परगना जिले के पाथरप्रतिमा इलाके में सोमवार रात एक पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट में सात लोगों की मौत हो गई थी। मंगलवार को मरने वालों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है। गंभीर हालत में कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में इलाज करा रही एक महिला की मंगलवार सुबह मौत हो गई। मृतक महिला की पहचान सुतापा बनिक के रूप में हुई है।
स्थानीय निवासियों ने पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट के लिए पुलिस और स्थानीय विधायक को जिम्मेदार ठहराया। उनका दावा है कि पुलिस और जनप्रतिनिधि सभी जानते थे कि वहां अवैध रूप से पटाखे बनाए जा रहे हैं। फिर भी किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिससे कई लोगों की जान चली गई। स्थानीय निवासी मंगलवार सुबह से ही पुलिस और प्रशासन के खिलाफ गुस्सा जाहिर करते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं। पटाखा विस्फोट को लेकर स्थानीय निवासी पुलिस और प्रशासन के खिलाफ कड़ा गुस्सा जाहिर कर रहे हैं।
स्थानीय निवासी कुशमय भंडारी ने कहा, “पुलिस को पता था कि यहां पटाखे बनाए जाते हैं। पुलिस पैसे वसूलने आती-जाती थी। स्थानीय विधायक को भी सब पता था। सभी को सब पता था, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। नतीजतन कई लोगों की जान चली गई।” एक अन्य स्थानीय निवासी समीर नस्कर ने कहा, “सबको पता था कि यहां पटाखे बनते हैं। पूजा के दौरान अलग-अलग इलाकों से लोग यहां पटाखे खरीदने आते थे। सोमवार को जब हादसा हुआ तो पटाखों की आवाज सुनकर हम डर गए। पूरा इलाका दहल गया। हम मौके पर पहुंचे। जब हम पहुंचे तो देखा कि पूरा घर जल रहा है। हमने आग बुझाने की कोशिश की और घायलों को बचाया। एक ही परिवार के बच्चों समेत कई लोगों की मौत हो गई। यह एक दुखद हादसा था।”
सुंदरबन पुलिस जिले के पुलिस अधीक्षक कोटेश्वर राव ने कहा, “हमने कल रात धोलाहट थाना अंतर्गत पाथरप्रतिमा इलाके में पटाखा विस्फोट की घटना की जांच शुरू कर दी है। हम जांच कर रहे हैं कि यह घटना कैसे हुई।” सोमवार रात पटाखा विस्फोट के बाद मंगलवार को इलाके में अफरा-तफरी मच गई। एक घर की छत उड़ गई। एक दीवार ढह गई। एक तालाब में गैस सिलेंडर तैर रहे थे। इस बीच फोरेंसिक टीम के सदस्य मंगलवार को विस्फोट स्थल पर पहुंचने वाले थे।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि बसंती पूजा के लिए एक घर में पटाखे बनाए जा रहे थे। रात करीब साढ़े नौ बजे पटाखा फटा और अचानक तेज आवाज से पूरा इलाका दहल गया। इसके बाद पूरे घर में आग लग गई। वहां एक ही परिवार के चार बच्चों समेत सात लोग झुलस गए। बाद में यह संख्या बढ़कर आठ हो गई।
पाथरप्रतिमा के विधायक समीर कुमार जाना ने बताया कि पटाखा बनाते समय अचानक विस्फोट हुआ। पूरे घर में आग लग गई। धौलाहट थाने का पुलिस बल मौके पर पहुंचा। इलाके में स्थित इस घर में लंबे समय से पटाखे बनाकर रखे जा रहे थे। रायपुर के तीसरी भेरी इलाके के उस घर में एक व्यापारी परिवार के ग्यारह सदस्य रहते थे। इनका पटाखा बनाने का पारिवारिक व्यवसाय है। विधायक ने यह भी दावा किया कि पटाखा फैक्ट्री लाइसेंस लेकर चल रही थी।
विधायक ने आगे कहा कि चंद्रकांत बनिक और तुषार बनिक दो भाई हैं। उनके पिता अरविंद बनिक (65), दादी प्रभावती बनिक (80), चंद्रकांत की पत्नी सांत्वना बनिक (28), दो बच्चे अर्नव बनिक (9) और अस्मिता बनिक (8 महीने) और तुषार के दो बच्चे अनुष्का बनिक (6) और अंकित बनिक (6 महीने) की सोमवार को हुई घटना में मौत हो गई। तुषार की पत्नी सुतापा बनिक को गंभीर हालत में एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आज सुबह उनकी भी मौत हो गई। बाकी तीन घर के बाहर थे। नतीजतन, वे विस्फोट में घायल नहीं हुए।