हुगली, 18 जुलाई । जिले के बालागढ़ ब्लॉक के खमारगाछी इलाके में तृणमूल कांग्रेस की 21 जुलाई को धर्मतला में होने वाली वार्षिक रैली के समर्थन में पंचायत कार्यालय के बाहर प्रचार फ्लेक्स लगाए गए हैं। आरोप है कि ये फ्लेक्स सरकारी पंचायत के नाम से लगाए गए हैं, जिससे राजनीतिक विवाद गहराता जा रहा है।
यह फ्लेक्स सिजा कमालपुर ग्राम पंचायत की ओर से लगाए गए थे, जिसमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तस्वीर और तृणमूल कांग्रेस की 21 जुलाई की रैली की जानकारी दी गई थी। फ्लेक्स पर साफ तौर पर नीचे लिखा है— “प्रचार में : सिजा कमालपुर ग्राम पंचायत”। ये फ्लेक्स शुक्रवार को सिजा कमालपुर पंचायत कार्यालय के गेट, खमारगाछी और सिजा बाज़ार इलाके में देखे गए।
स्थानीय भाजपा नेताओं ने इस घटना की तीखी निंदा की है। उनका आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस सरकारी संसाधनों और जनता के पैसों का इस्तेमाल कर अपनी पार्टी की रैली का प्रचार कर रही है, जो पूरी तरह से गैरकानूनी है।
हुगली के भाजपा नेता सुरेश साव ने कहा कि तृणमूल शासित पंचायतें अब पार्टी कार्यालय में तब्दील हो चुकी हैं। हम पहले भी ये आरोप लगाते रहे हैं और सिजा कमालपुर की यह घटना इसका प्रमाण है।
माकपा के हुगली जिला कमेटी सदस्य अतनु घोष ने भी इसी तरह की प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस, पंचायत और सरकार —ये तीनों अब एक ही हो गए हैं। आम जनता के टैक्स के पैसे से पार्टी का प्रचार चल रहा है।
विवाद को लेकर सफाई देते हुए सिजा कमालपुर ग्राम पंचायत के उपप्रधान अरिजीत दास ने कहा कि इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है। यह काम अति उत्साही पार्टी कार्यकर्ताओं का हो सकता है या फिर जहां से फ्लेक्स छपवाया गया, वहां से गलती हुई हो सकती है। पंचायत की ओर से कोई फ्लेक्स नहीं छपवाया गया है।
उन्होंने आगे कहा, “संभव है कि कार्यकर्ताओं ने तृणमूल कांग्रेस अंचल कमेटी लिखने के बजाय गलती से पंचायत का नाम लिखवा दिया हो। यह एक छपाई की गलती है।”
फिलहाल इस घटना को लेकर इलाके में राजनीतिक गर्मी बढ़ती जा रही है, और विपक्ष इसे प्रशासनिक दुरुपयोग का ताजा उदाहरण बता रहा है।