कोलकाता, 06 नवंबर(डेस्क): भाजपा द्वारा तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को चोर कहे जाने पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी सख्त आपत्ति जताई और कहा कि उन्होंने एक भी पैसा नहीं लिया है और न ही किसी से एक कप चाय ली है। बनर्जी भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहीं थीं।
ममता यह टिप्पणी तब सामने आई है, जब राशन घोटाले की जांच के सिलसिले में बंगाल के वरिष्ठ मंत्री ज्योति प्रिय मलिक की गिरफ्तारी को लेकर बवाल मचा हुआ है। पार्टी के अन्य नेताओं को भी केंद्रीय एजेंसियों ने भ्रष्टाचार के मामलों में उनकी कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया था।
टीएमसी सुप्रीमो ने कहा, चूंकि उनकी सरकार जनहितैषी है, जिन लोगों ने टाटा की छोटी कार परियोजना के लिए सिंगूर में खेत दिया था और इसे वापस पाने के बाद भी इसे जोतने में असमर्थ थे, उन्हें अभी भी चावल के अलावा मासिक भत्ते के रूप में 2,000 रुपये मिल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती वाम मोर्चा सरकार भ्रष्ट थी, क्योंकि 2011 में गठबंधन को हराकर तृणमूल कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद एक करोड़ फर्जी राशन कार्डों का पता चला था और बाद में उन्हें रद्द कर दिया गया था।