मुर्शिदाबाद, 8 अप्रैल। संशोधित वक्फ कानून के विरोध में अल्पसंख्यक छात्रों और युवा संगठनों के आह्वान पर मंगलवार को मुर्शिदाबाद जिले के जंगीपुर विरोध प्रदर्शन का कार्यक्रम हुआ। अल्पसंख्यक छात्र संगठनों ने जंगीपुर के उमरपुर चौराहे से लेकर धुलियान बाजार तक कई स्थानों पर एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। देखते ही देखते इलाके में तनाव फैल गया। पुलिस की अल्पसंख्यक छात्रों के साथ झड़प हुई। पुलिस की एक गाड़ी में आग लगा दी गई।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, संशोधित वक्फ कानून के विरोध में अल्पसंख्यक छात्रों और युवा संगठनों द्वारा आहूत आंदोलन और विरोध कार्यक्रम दोपहर में शुरू हुआ। अल्पसंख्यक छात्र संगठनों ने जंगीपुर के उमरपुर चौराहे से लेकर धुलियान बाजार तक कई स्थानों पर एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस्लामी संगठनों के हजारों छात्र विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 12 को अवरुद्ध कर दिया गया। उत्तर बंगाल और दक्षिण बंगाल के बीच सड़क संपर्क ठप हो गया। राष्ट्रीय राजमार्ग पर लम्बे समय तक अवरोध रहने के कारण यातायात जाम की स्थिति बन गई। एम्बुलेंस से लेकर आपातकालीन सेवाओं तक के कुछ वाहन सड़क पर फंस गए। खबर मिलते ही पुलिस अवरोध हटाने के लिए गई। लेकिन प्रदर्शनकारियों द्वारा ईंटें फेंके जाने के बाद पुलिस तितर-बितर हो गई। पुलिस ने अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया और प्रदर्शनकारियों की ओर बढ़ना शुरू कर दिया। देखते ही देखते पूरा इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। इस प्रदर्शनकारियों ने कई गाड़ियों में आग लगा दी। यहां तक कि पुलिस की गाड़ी को भी नहीं छोड़ा गया।
दूसरी ओर, पुलिस पर बिना उकसावे के प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागने और लाठीचार्ज करने का आरोप लगाया गया है। बताया जा रहा है कि आंसू गैस के गोलों से तीन प्रदर्शनकारी बीमार हो गए हैं। नवीनतम रिपोर्टों के अनुसार, प्रदर्शनकारियों द्वारा फेंकी गई ईंटों से कई पुलिस अधिकारी घायल हो गए। कई प्रदर्शनकारियों के घायल होने की भी खबर है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, उनकी दो गाड़ियों में आग लगा दी गई। लंबे प्रयास के बाद स्थिति नियंत्रण में आ गई है। इलाके में पुलिस पिकेट स्थापित कर दी गई है।
बहरामपुर के पूर्व सांसद अधीर चौधरी ने दावा किया कि अराजकता पुलिस की दबंगई के कारण हुई। उन्होंने मांग की कि स्थिति को संभालने के लिए यदि आवश्यक हो तो सेना को तैनात किया जाए। दूसरी ओर, भरतपुर के तृणमूल विधायक हुमायूं कबीर ने कहा कि हिंसा की खबर मिलने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उन्हें फोन किया। वह मुख्यमंत्री और पार्टी नेता के निर्देश पर बुधवार को घटनास्थल पर जाएंगे।