हुगली, 04 जनवरी: हुगली जिले के पांडुआ ग्रामीण अस्पताल में एक मरीज का शव बुधवार को दिनभर पड़ा रहा। मरीज की मौत के बाद अस्पताल की ओर से मरीज के बेटे और दामाद को फोन किया गया लेकिन उनकी ओर से कोई उत्तर नहीं मिला।

अस्पताल सूत्रों के अनुसार, त्रिवेणी शांति कॉलोनी के निवासी 62 वर्षीय चंद्रजीत अधिकारी को 22 दिसंबर को भर्ती कराया गया था। वह सांस लेने में गंभीर समस्या से पीड़ित थे। आरोप है कि अस्पताल प्रशासन ने उसे तुरंत भर्ती कर लिया, लेकिन उसके बाद से किसी ने मरीज की किसी ने खबर नहीं ली। बुधवार सुबह चंद्रजीत की मौत हो गई। तब से दिनभर शव अस्पताल के बेड पर ही पड़ा रहा। कई घंटे बीत जाने के बाद जब शव सड़ने लगा तो उसकी बदबू से अन्य मरीज परेशान हो उठे।
इस घटना को लेकर पांडुआ ग्रामीण अस्पताल के बीएमओएच मंजूर आलम ने कहा, ”बुजुर्ग को भर्ती कराने के बाद परिवार ने आगे कोई खबर नहीं ली। अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों ने मरीज की देखभाल की। वृद्ध की आज (बुधवार) सुबह मौत हो गई। मरीज के बेटे और दामाद को बुलाया गया। लेकिन उनमें से कोई नहीं आया। अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि पुलिस से बात करने के बाद बुजुर्ग के शव को चुंचुरा इमामबाड़ा अस्पताल के मुर्दाघर में भेजने की व्यवस्था की गई।
