हुगली, 20 अप्रैल: प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी हुगली जिले का चांपदानी शहर रविवार शाम को प्रस्तावित रामनवमी की भव्य शोभायात्रा के लिए तैयार है। शनिवार को देखा गया कि पूरा चांपदानी और अंगस इलाका भगवा झंडों से पट गया था।

स्थानीय सूत्रों के अनुसार चांपदानी में आयोजित वाले रामनवमी शोभायाता के लिए चंदनगर पुलिस कमिश्नरेट की ओर से एक समन्वय बैठक का आयोजन किया गया था जिसमें प्रशासन की ओर से रामनवमी शोभायात्रा को लेकर आयोजकों के सामने कुछ शर्तें रखी गईं। रिषड़ा-श्रीरामपुर की रामनवमी शोभायात्रा की तर्ज पर चांपदानी में भी प्रशासन ने आयोजकों से शोभायात्रा में रामभक्तों की संख्या को सीमित करने का प्रस्ताव दिया है।

शोभायात्रा में शामिल होने वाले अखाड़ों को निर्देशित किया गया है कि प्रत्येक अखाड़े से अधिकतम 200 लोग शोभायत्रा में शामिल होंगे। साथ ही उन्हें 20 स्वयंसेवकों की सूची भी प्रशासन को सौंपनी होगी। पारंपरिक तौर पर चांपदानी के रामनवमी शोभायात्रा में बड़ी संख्या में रामभक्त अस्त्र शास्त्र के साथ शामिल होते हैं। लेकिन इस बार प्रशासन ने शोभायात्रा में शस्त्र को प्रतिबंधित किया है।

चांपदानी नगरपालिका के चेयरमैन सुरेश मिश्रा ने शनिवार को सूत्रकार से खास बातचीत में कहा, चांपदानी मैं रामनवमी की शोभायात्रा बड़े धूमधाम से निकल जाती है। पूरे चांपदानी में 35 से अधिक मंदिरों में भगवान श्री राम और हनुमान जी की पूजा अर्चना लगातार हो रही है। वह स्वयं विभिन्न पूजा मंडपों में जाकर पूजा करने के साथ-साथ उनका निरीक्षण भी कर रहे हैं।

मिश्रा ने कहा की शोभायात्रा के दौरान विरोधी लोगों को हिंसा के लिए उकसाने की कोशिश कर रहे हैं। सभी पार्षदों को अपने-अपने इलाके में सतर्कता बरतने को कहा गया है। हम सब का एक ही उद्देश्य हैं की रामनवमी की शोभायात्रा प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी चांपदानी में सफलतापूर्वक निकले और इलाके में आपसी भाईचारा बना रहे। मिश्रा ने कहा कि वह भी चाहते हैं कि रामनवमी की शोभायात्रा हो या मोहर्रम का जुलूस कोई भी अस्त्र शस्त्र लेकर शामिल ना हो।
बहरहाल, देखना दिलचस्प होगा कि रविवार शाम चांपदानी में निकलने वाले शोभायात्रा में प्रशासन के निर्देशों का कितना पालन हो पाता है।