हुगली, 6 अगस्त। हुगली जिले के बांसबेडिया नगर पालिका के सभागार में मंगलवार को गैंजेस जूट मिल इलाके में अतिक्रमण हटाने को लेकर चुंचुड़ा एसडीओ स्मिता सान्याल शुक्ला की अध्यक्षता एक बैठक का आयोजन हुआ जिसमें नगरपालिका के चेयरमैन आदित्य नियोगी, वाइस चेयरमैन शिल्पी चटर्जी, जूट मिल के प्रबंधकीय अधिकारी टी के कुंडू, ए के श्रीवास्तव, मगरा थाना प्रभारी इंस्पेक्टर दीपांकर सरकार,स्थानीय पार्षद के. दुर्गा राव ,एमडी शाहिद, बांसबेडिया मिल टीओपी के इंचार्ज सुजीत राय, विद्युत विभाग के अधिकारी और व्यवसायिक संगठन के प्रतिनिधि सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

इस बैठक में जूट मिल इलाके में अतिक्रमण हटाने को लेकर चल रही समस्याओं पर चर्चा हुई। कुछ दिन पहले कंपनी ने इलाके में नोटिस चिपकाया था और माइकिंग कर 31 जुलाई तक अवैध अतिक्रमण को हटाने का निर्देश दिया था। इस नोटिस और घोषणा के विरोध में दुकानदारों ने एक अगस्त को एक दिन के लिए बाजार बंद रक्षा था। चेयरमैन ने बताया कि जूट मिल इलाके के लोग अपनी समस्या लेकर उनके पास आए थे उनकी समस्या को देखते हुए आज एक बैठक बुलाई गई थी जिसमें सभी पक्ष के प्रतिनिधि उपस्थित थे। उन्होंने बताया समस्या का समाधान मिलकर किया जा सकता है। नगर पालिका ने निकासी दुरुस्त करने के लिए जूट मिल इलाके में हाई ड्रेन का निर्माण किया है। जल्दबाजी में निर्णय लेना ठीक नहीं है।

कंपनी के प्रबंधकीय अधिकारी ए के. श्रीवास्तव ने बताया ड्रेन और वाटर पाइप लाइन पर अवैध निर्माण कर दिया गया है, जिससे ड्रेन की सफाई और मरम्मत में काफी दिक्कतें होती है और जूट मिल कॉलोनी में मजदूर के घर पर अगर कोई समारोह या कार्यक्रम हो या पूजा पाठ हो तो परेशानी होती है।कुछ दिन से तो कई लोग पाइप लाइन पर अस्थाई दुकान लगना शुरू कर दिए हैं। कंपनी इलाके में अवैध तरीके से तालाब को पाटा जा रहा है और कब्ज़ा कर लिया गया है। कंपनी ने आरोप लगाया की उनकी प्रॉपर्टी का लेन देन लाखो लाखो रुपए में होता है,जो कंपनी को पता ही नही होती है। मजदूरों की कॉलोनी में साफ सफाई रखना और मजदूर स्वच्छ वातावरण में रहे ,यह कंपनी की जिम्मेदारी बनती है। इन सब विषयों पर कंपनी ने प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की। कंपनी ने बताया ड्रेन और पाइप लाइन पर व्यापार करनेवाले को कंपनी लाइसेंस नही देगी। स्थानीय पार्षद एमडी शाहिद और के दुर्गा राव ने बताया की जो समस्या है, उसका समाधान बातचीत कर हल किया जा सकता है, किसी व्यापारी का बिजनेस बंद करवाना उचित नहीं है।