दक्षिण 24 परगना जिले के सोनारपुर में तृणमूल कार्यकर्ता जमालुद्दीन सरदार पर न्याय के नाम पर महिला को अपने घर बुलाकर उसे जंजीरों से बांधकर प्रताड़ित करने का आरोप लगा है। पीड़ित महिला का नाम रशीदा बीबी है। आरोप है कि थाने में सूचना देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। भाजपा महिला मोर्चा को शिकायत मिलने के बाद अग्निमित्रा पाल मंगलवार को रशीदा बीबी के घर गईं । उन्होंने सोनारपुर थाने में जाकर वहां मौजूद अधिकारियों से बात की। हालांकि, टीएमसी नेता जमालुद्दीन आरोपों से इनकार कर रहे हैं।

स्थानीय लोगों का आरोप है कि न्याय के नाम पर प्रताड़ना के अलावा दूसरे लोगों की जमीन हड़प कर बड़े बड़े मकान बनाये गये हैं। जमाल सरदार सोनारपुर के प्रतापनगर ग्राम पंचायत के सांगुर में रहते हैं। स्थानीय लोगों का सवाल है कि जमाल ने बिना कोई काम किए इतना बड़ा मकान कैसे बना लिया।

इलाके में जमीन की खरीद-फरोख्त और वैवाहिक कलह से लेकर पारिवारिक समस्याएं तक सब कुछ जमाल के बिना हल नहीं होता। इलाके के लोगों का आरोप है कि सोनारपुर थाने की पुलिस से उनकी साठ गांठ है। यही डर दिखाकर जमाल इलाके में घूमते हैं। मध्यस्थता बैठक उनके घर पर आयोजित की जाती है। वहां मुकदमा चलाया है और जमाल होते हैं। जो लोग उनकी बात नहीं मानते उन्हें प्रताड़ित किया जाता है। महिलाएँ भी उसके अत्याचार से अछूती नहीं हैं। इलाके के लोग जमाल को कड़ी सजा देने की मांग करने लगे हैं।

हालांकि जमाल का कहना है, ”घटना पूरी तरह झूठी है। महिला का अपना बेटा यहीं था। महिला की प्रताड़ना से परेशान होकर लड़कों ने घर छोड़ दिया। वे अब मुझे फंसाने की कोशिश कर रहे हैं। यह सब एक साजिश है।”
इस बीच, इलाके के निवासी तपन दास ने कहा, ”मेरी जमीन जमाल सरदार ने 2 साल के लिए छीन ली है। जब भी इस बारे में मैं कुछ कहता हूं, वह मुझे मारने दौड़ता है।”