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हुगली, 03 जनवरी: हुगली जिले के बालागढ़ से तृणमूल कांग्रेस के विधायक मनोरंजन व्यापारी ने बुधवार को अपने ही दल के कुछ नेताओं के खिलाफ मुंह खोला। अपने आधिकारिक फेसबुक अकाउंट से तृणमूल विधायक ने बुधवार को 438 शब्दों का एक विस्तृत पोस्ट किया।

विधायक ने अपने पोस्ट में लिखा ‘कुछ लोग पार्टी को कीड़े-मकोड़ों की तरह खत्म रहे हैं।’ उनके शब्दों में, ‘मैं गोली खाकर मर सकता हूं। मैं अपने क्षेत्र में जाने में असुरक्षित महसूस करता हूं।’ उनके मुताबिक, अगर मैं फेसबुक पर कुछ लिखता हूं तो पार्टी के उच्चाधिकारी मुझसे कहते हैं कि कुछ मत बोलो। हालाँकि, मैंने ऐसा क्यों लिखा इसकी जांच नहीं की जाती है।
विधायक ने अपने पोस्ट में आगे लिखा ‘अगले 7 जनवरी को रात 8 बजे मैं फेसबुक लाइव करने जा रहा हूं। मैं आखिरी जवाब देने जा रहा हूं। उस दिन मैं अपने बारे में बात करूंगा और आपके मन में घूम रहे कुछ सवालों के जवाब दूंगा। मैं अपने पत्रकार मित्रों से भी कह रहा हूं कि तैयार रहें। फिर मैं अगले दिन के कार्यक्रम की घोषणा करूंगा। मुझे नहीं पता कि मुझे या तृणमूल पार्टी को फायदा होगा या नुकसान। दो-तीन साल तक मैंने बहुत अपमान सहा, अब और नहीं। लड़ाई अब आर पार की है।
उनके मुताबिक रेत माफिया, गांजा तस्करों का समर्थन कर जुआ बोर्ड चलाने वाले तृणमूल नेता ने मुझे चोर कहा, हत्यारा कहा, बलात्कारी कहा। दीदी ममता बनर्जी ने मुझे बालागढ़ का विधायक इसलिए बनाया क्योंकि मैंने महाश्वेता देवी की रचनाएं अपने नाम से छापकर कई लाख या करोड़ों रुपये कमाए। अगर मैं ऐसा हूं तो दीदी कैसी हैं? उन्होंने मेरे बारे में कोई जांच पड़ताल नहीं की। और ये दल कैसा है? ऐसे चोर और छेचड़े को पार्टी से किसने जोड़ा? जो विरोधी कहते हैं ‘चोर, चोर, चोर, तृणमूल के सब चोर हैं’! क्या वह सच है? चोर के अलावा क्या दल में कोई अन्य व्यक्ति नहीं है? दूसरी ओर, मनोरंजन व्यापारी ने जिस तृणमूल युवा नेता पर यह सब आरोप लगाया है, उस युवा नेता ने कहा, ‘मैं पार्टी का वफादार सिपाही हूं। मैंने पार्टी को सूचित किया है। हमारी ओर से कोई दलीय संघर्ष नहीं है। पार्टी जो तय करती है वही शीर्ष होता है।’
