कोलकाता, 07 नवंबर(डेस्क)। बंगाल के राशन घोटाले का तार अब बिहार के चारा घोटाले से जुड़ गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अनुसार, बिहार के चारा घोटाले के दो आरोपितों के नाम बंगाल के राशन घोटाले में भी शामिल हैं।
दरअसल, हालही में ईडी ने राशन घोटाले की जांच के सिलसिले में गत दिनों पैकेट आटा बनाने वाली कंपनी अंकित इंडिया लि. के कोलकाता स्थित दो दफ्तरों पर छापे मारे थे।
इस दौरान उसने उसके दो निदेशकों दीपेश चांडक और हितेश चांडक से लंबी पूछताछ की थी। इसी दौरान जानकारी हुई कि सीबीआई ने दीपेश चांडक और हितेश चांडक को वर्ष 1996 में बिहार के चारा घोटाले के मामले में गिरफ्तार किया था। बाद में उन्हें सरकारी गवाह के रूप में रिहा कर दिया गया। दीपेश ने ही कहा था कि उसने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को 60 करोड़ रुपये दिए थे।
ईडी का दावा है कि दीपेश व हितेश मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक करीबी हैं। इतना ही नहीं, इनके ज्योतिप्रिय के दो पूर्व निजी सहायकों अमित दे और अभिजीत दास के साथ भी करीबी संबंध हैं। अंकित इंडिया का नाम खाद्य विभाग के पैनल में था। यह कंपनी एफसीआई से गेहूं बांटने के लिए विभाग से कोटेशन लेती थी।