रिषड़ा, 02 नवंबर(डेस्क): नर सेवा ही नारायण सेवा है के नारे के साथ वर्ष 2015 में पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के औद्योगिक उपनगर रिषड़ा में शुरू हुई संस्था श्री नारायण सेवा संस्थानम चैरिटेबल ट्रस्ट (रोटी बैंक) पिछले आठ वर्षों से जरूरतमंद लोगों के घर-घर सुबह शाम निःशुल्क भोजन पहुंचा रही है। इसके अलावा संस्था की ओर से समय समय पर रिषड़ा में विभिन्न सेवामूलक कार्य किए जाते हैं।
संस्था के संस्थापक अजय प्रताप सिंह ने रिषड़ा समाचार को बताया कि मौसम चाहे जैसा भी हो, संस्था की ओर से रोज रिषड़ा के जरूरतमंदों के बीच दोनों समय भोजन पहुंचाया जाता है। यहां तक की कोरोना अतिमारी के दौरान भी संस्था का जरूरतमंदो के बीच भोजन पहुंचाने का सिलसिला जारी रहा।

अजय प्रताप सिंह ने आगे कहा कि वर्तमान में संस्था की ओर दोपहर में 35 और रात में 38 लोगों के घरों में भोजन पहुंचाया जा रहा है। यह संख्या समय समय पर बढ़ती-घटती रहती है। सिंह ने बताया कि संस्था रिषड़ा के होटलों से दोनों समय भोजन खरीदती है और उसे जरूरतमंदों के बीच भिजवा देती है।
संस्था ये कैसे निर्धारित करती है कि जिसके घर भोजन भेजा जा रहा है वह जरूरतमंद है या नहीं, के सवाल पर संस्था के संस्थापक ने कहा कि जब संस्था को सूचना मिलती है कि अमुक व्यक्ति के घर भोजन भेजने की आवश्यकता है, तो संस्था के दो सदस्य व्यक्ति के घर जाकर उसके परिस्थिति की जांच करते हैं। सही पाए जाने पर संस्था की ओर से उनके घर रोज दोनों समय का भोजन पहुंचाया जाता है। वर्तमान में जिन लोगों के घरों में भोजन पहुंचाया जा रहा है उन्हें ज्यादातर दिव्यांग और वृद्ध लोग हैं।
यह सब करने के लिए संस्था को फंड कहां से मिलता है, पूछे जाने पर श्री नारायण सेवा संस्थानम चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक ने बताया कि संस्था के सदस्यों और कुछ दानदाताओं के सहयोग से यह सब संभव हो पाता है। संस्था नर सेवा को नारायण सेवा समझते हुए आगे भी रिषड़ा के लोगों के बीच सेवामूलक कार्य करती रहेगी। अजय प्रताप सिंह ने कहा कि संस्था का एकमात्र उद्देश्य है कि कोई भी व्यक्ति रिषड़ा में भूखा न रहे।